एक स्त्री के मन से निकले कुछ शब्द, कुछ प्रश्न और तमाम अटपटी-अनकही-अनसुलझी बातें...
बहुत बढ़िया मुक्ति जी.
वाह-वाह क्या बात है, लाजवाब रचना। आपके शब्दो का चयन बहुत ही बेहतरिन है। इस लाजवाब रचना के लिए बहुत-बहुत बधाई
बहुत सुन्दर.
बेहतरीन बाद्लो का बरसना अम्बर को देख
बहुत बढ़िया मुक्ति जी.
जवाब देंहटाएंवाह-वाह क्या बात है, लाजवाब रचना। आपके शब्दो का चयन बहुत ही बेहतरिन है। इस लाजवाब रचना के लिए बहुत-बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंबाद्लो का बरसना अम्बर को देख